Skip to main content

दुनिया का सबसे पतला लैपटॉप भारत में लॉन्च

दुनिया का सबसे पतला लैपटॉप भारत में लॉन्च

ताइवान की टेक कंपनी Acer ने भारत में Swift 7 लैपटॉप लॉन्च कर दिया है. कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे पतला लैपटॉप है जो 1cm से भी पतला है. इसे सबसे पहले इसकी साल बर्लिन के IFA में पेश किया गया था. इसकी बिक्री 18 नवंबर से सिर्फ ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर होगी. इसकी कीमत 1 लाख रुपये है.
Swift 7 सिर्फ 0.39 इंच पतला है और इसका वजन लगभग 1.1 किलोग्राम है. इसमेमं 13.3 इंच की फुल एचडी आईपीएस डिस्प्ले दी गई है जिसका रिजोलुशन 1920X1080p है. इसकी स्क्रीन पर गोरिल्ला ग्लास 5 का प्रोटेक्शन दी गई है ताकि स्क्रैच न लगे.
हार्डवेयर की बात करें तो इसमें 7th जेनेरेशन Intel i5 प्रोसेसर दिया गया है जिसकी स्पीड 1.20GHz है. इसमें 8GB रैम और 256GB SSD दी गई है जो आम हार्ड डिस्क से काफी फास्ट होती है.
बेहतरीन ऑडियो क्वॉलिटी के लिए इसमें डॉल्बी ऑडियो और ऐसर ट्रू हार्मनी टेक्नॉलोजी दी गई है. इसमें दो यूएसबी टाइप सी पोर्ट्स हैं जो 3 गुना ज्यादा वायरलेस परफॉर्मेंस देंगे. कंपनी के मुताबिक इसे एक बार फुल चार्ज करके 9 घंटे तक चलाया जा सकता है.
ऐसर इंडिया के कंज्यूमर बिजनेस हेड चंद्रहास पाणिग्रही ने कहा है, ‘हम भारत में Swift लॉन्च करके काफी उत्साहित हैं. यह दुनिया का सबसे लैपटॉप है जिसमें पावरफुल परफॉर्मेंस और प्रीमियम डिजाइन दिया गया है. पिछले कुछ क्वॉर्ट्स से हम नई टेक्नॉलोजी से लैस अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे’
Courtesy : aajtak

Comments

Popular posts from this blog

भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ

भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ इडुक्की परियोजना (Idukki Dam) – पेरियार नदी (Periyar River) – केरल (Kerala) उकाई परियोजना (Ukai Project) – ताप्ती नदी (Tapi river) – गुुजरात (Gujarat) काकड़ापारा परियोजना (Kakrapar project) – ताप्ती नदी (Tapi river) – गुुजरात (Gujarat) कोलडैम परियोजना (Koldam project) – सतलुज नदी – (Sutlej River) – हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) गंगासागर परियोजना (Ganga Sagar project) – चम्बल नदी (Chambal River) – मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) जवाहर सागर परियोजना (Jawahar Sagar Project) – चम्बल नदी (Chambal River) – राजस्थान (Rajasthan) जायकवाड़ी परियोजना (Jayakwadi project ) – गोदावरी नदी (Godavari river) – महाराष्ट्र (Maharashtra) टिहरी बाँध परियोजना (Tehri Dam Project) – भागीरथी नदी (Bhagirathi River) – उत्तराखण्ड (Uttarakhand) तिलैया परियोजना (Tilaiya Project) – बराकर नदी (Barakar River) – झारखंड (Jharkhand) तुलबुल परियोजना (Tulbul Project) – झेलम नदी (Jhelum River) – जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) दुर्गापुर बैराज परियोजना (Durgapur Barrage Pro...

वैदिक सभ्यता, वैदिक काल , उत्तर वैदिक काल , Vedic Period

वैदिक सभ्यता, वैदिक काल , उत्तर वैदिक काल , Vedic Period वैदिक सभ्यता प्राचीन भारत की सभ्यता है जिसमें वेदों की रचना हुई। भारतीय विद्वान् तो इस सभ्यताको अनादि परम्परा आया हुवा मानते हैं | कुछ लोग तो भारत में आज से लगभग ७००० इस्वी ईसा पूर्व शुरु हई थी ऐसा मानते है, परन्तु पश्चिमी विद्वानो के अनुसार आर्यों का एक समुदाय भारत मे लगभग २००० इस्वी ईसा पूर्व आया और उनके आगमन के साथ ही यह सभ्यता आरंभ हुई थी। आम तौर पर अधिकतर विद्वान वैदिक सभ्यता का काल २००० इस्वी ईसा पूर्व से ६०० इस्वी ईसा पूर्व के बीच मे मानते है, परन्तु नए पुरातत्त्व उत्खननो से मिले अवशेषों मे वैदिक सभ्यता के कई अवशेष मिले हैं जिससे आधुनिक विद्वान जैसे डेविड फ्राले, तेलगिरी, बी बी लाल, एस र राव, सुभाष काक, अरविन्दो यह मानने लगे है कि वैदिक सभ्यता भारत मे ही शुरु हुई थी और ऋग्वेद का रचना काल ४०००-३००० इस्वी ईसा पूर्व रहा होगा, क्योकि आर्यो के भारत मे आने का न तो कोई पुरातत्त्व उत्खननो से प्रमाण मिला है और न ही डी एन ए अनुसन्धानो से कोई प्रमाण मिला है इस काल में वर्तमान हिंदू धर्म के स्वरूप की नींव पड़ी थी जो...

सिन्धु घटी सभ्यता ,Indus Valley Civilization

सिन्धु घटी सभ्यता ,Indus Valley Civilization सिंधु घाटी सभ्यता(३३००-१७०० ई.पू.). विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता थी। यह हड़प्पा सभ्यता और ‘सिंधु-सरस्वती सभ्यता’ के नाम से भी जानी जाती है। इसका विकास सिंधु और घघ्घर/हकड़ा (प्राचीन सरस्वती) के किनारे हुआ। मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा इसके प्रमुख केन्द्र थे।दिसम्बर २०१४ में भिर्दाना को अबतक का खोजा गया , सिंधु घाटी सभ्यता का, सबसे प्राचीन नगर माना गया है  । 1826 चार्ल्स मैसेन ने पहली बार इस पुरानी सभ्यता को खोजा। कनिंघम ने 1856 में इस सभ्यता के बारे में सर्वेक्षण किया। 1856 में कराची से लाहौर के मध्य रेलवे लाइन के निर्माण के दौरान बर्टन बंधुओं द्वारा हड़प्पा स्थल की सूचना सरकार को दी। इसी क्रम में 1861 में अलेक्जेंडर कनिंघम के निर्देशन में भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना की। 1904 मे लार्ड कर्जन द्वारा जॉन मार्शल को भारतीय पुरातात्विक विभाग (ASI) का महानिदेशक बनाया गया ।  १९२१ में दयाराम साहनी ने हड़प्पा का उत्खनन किया । इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्...